Sun Surat Rangili Lyrics – सुन सुरत रंगीली
Sun Surat Rangili Lyrics : _________________________________________________________________ सुन सुरत रंगीली हो कि हरि सा यार करो। 1. जब छूटै बिघन बिकार, भौ जल तुरत तरो,तुम त्रैगुन छैल बिसारि, गगन में ध्यान धरो। 2. रस अमृत पीवो हो, विषया सकल हरो,करि सील संतोष सिंगार छिमा की मांग भरो। 3. अब पाँचो तजि लगवार, अमर घर पुरूष बरो,कहे चरणदास गुरु देखि पिया के पाँव परो। _________________________________________________________________ Sun surat… Read More »Sun Surat Rangili Lyrics – सुन सुरत रंगीली