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kabir Bhajan Lyrics

Kahu Se Neh Na Kariye Ho Lyrics – काहू से नेह न करिये हो। 

Kahu Se Neh Na Kariye Ho Lyrics : _________________________________________________________________ काहू से नेह न करिये हो।  नेह किये निश्चय ही सबही, बिनु पावक के जरिये हो। १ यह जग पावक रूप है, तामें पाँव न धरिये हो।ऐसा ग्यान बिचारि के, हरि मांहि बिचरिये हो। २  झूठा जग को मिलन हो, मिलि बंधन परिये हो।बंधन काटि निर्बंध ह्वै, गुरु पंथ पकरिये हो। ३  यामें कोई थिरता नाहीं,… Read More »Kahu Se Neh Na Kariye Ho Lyrics – काहू से नेह न करिये हो। 

Jab te mann parteet bhai Lyrics – जब ते मन परतीत भई। टेक

Jab te mann parteet bhai Lyrics : _________________________________________________________________ जब ते मन परतीत भई। टेक तब ते अवगुन छूटन लागे, दिन दिन बाढ़त प्रीति नई। १ सुरति निरति मिलि ज्ञानजौहरी, निरखि परखि निज बस्तु लई। थोड़ी बनिज बहुत ह्वै बाढ़ी, उपजन लागे लाल मई। २ अगम निगम तू खोज निरंतर, सत्त नाम गुरु मूल दई। कहैं कबीर साधु की संगति, हुति विकार सो छूट गई। ३… Read More »Jab te mann parteet bhai Lyrics – जब ते मन परतीत भई। टेक

Aise Ram Kahe Ka Hoyi, Jo Mann Ki Duvidha Nahin Khoyee Lyrics – ऐसे राम कहे का होई, जो मन की दुबिधा नहिं खोई।

Aise Ram Kahe Ka Hoyi, Jo Mann Ki Duvidha Nahin Khoyee Lyrics : _________________________________________________________________ ऐसे राम कहे का होई, जो मन की दुबिधा नहिं खोई।  राम कही कहि नरक परत है, पढ़ पढ़ वेद पुराना।राम कही कहि सबे गये हैं, मिटे न आवा जाना । १  राम कही कहि सती जरत है, साधन में न समाई।डाक परी लिये हाथ सिंधोरा, मिरतक से लौ लाई। २… Read More »Aise Ram Kahe Ka Hoyi, Jo Mann Ki Duvidha Nahin Khoyee Lyrics – ऐसे राम कहे का होई, जो मन की दुबिधा नहिं खोई।