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kabir Bhajan Lyrics

Bina Re Khevaiya Naiya Lyrics – बिना रे खेवैया नैया

Bina Re Khevaiya Naiya Lyrics : _________________________________________________________________ बिना रे खेवैया नैया, कैसे लागे पार हो।। 1.केते निगुरा खड़े किनारे, केते खड़े मँझधार हो।केते निगुरा कर्म के चूके, बाँधे यम के द्वार हो।। 2.भव जल के सगरवा में, महरवा मेरे यार हो।पछिला डाड़ सम्हारो यारो, लहर उठे विकरार हो।। 3.संतन जहाज लादै, हंसन केरा भार हो।नाम फरहरा बाँध कै, नर उतरो भवजल पार हो।। 4.संतन बोली… Read More »Bina Re Khevaiya Naiya Lyrics – बिना रे खेवैया नैया

Ka Maangu Kuch Thir Na Rahaee, Dekhat Nain Chala Jag Jaiee Lyrics – का माँगू कुछ थिर न रहाई, देखत नैन चला जग जाई। 

Ka Maangu Kuch Thir Na Rahaee, Dekhat Nain Chala Jag Jaiee Lyrics : _________________________________________________________________ का माँगू कुछ थिर न रहाई, देखत नैन चला जग जाई। टेक  इक लाख पूत सवा लाख नाती, ता रावण घर दिया न बाती। १  लंका सो कोट समुद्र सी खाई, ता रावण की खबरि न पाई। २  आवत संग न जात संगाती, का हुआ दल बाँधे हाथी। ३  कहैं कबीर… Read More »Ka Maangu Kuch Thir Na Rahaee, Dekhat Nain Chala Jag Jaiee Lyrics – का माँगू कुछ थिर न रहाई, देखत नैन चला जग जाई। 

Griha jini jaanou ruddhho re Lyrics – ग्रिह जिनि जानौं रूढो रे।

Griha jini jaanou ruddhho re Lyrics : _________________________________________________________________ ग्रिह जिनि जानौं रूढो रे। कंचन कलस उठाइ लै मंदिर, राम कहे बिन धूरौ रे। टेक इन ग्रिह मन डहके सबहिन के,काहू को परौ न पूरौ रे। राजा राना राव छत्रपति, जरि भये भसम कौ कूरौ रे। १ सबतें नीकी संत मंडलिया, हरि भगतनि कौ भेरो रे। गोविंद के गुन बैठे गैहैं, खैहैं टूकौ टेरो रे। २… Read More »Griha jini jaanou ruddhho re Lyrics – ग्रिह जिनि जानौं रूढो रे।