Kah Bhaye Mukh Ram Kahe Se Lyrics – काह भये मुख राम कहे से।
Kah Bhaye Mukh Ram Kahe Se Lyrics : _________________________________________________________________ काह भये मुख राम कहे से। टेक अंतर कपट वचन मुख चातुर, अति अधीन होय मनन किये से। १ जैसे बधिक ओट टाटी के, बहु जीवन को हतन किये से। २ कहहिं कबीर वाके संग न करिये, बिन विवेक जिन भेष लिये से। ३ _________________________________________________________________