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kabir Bhajan Lyrics

Jo jo dekhoon so so rogi, rog rahat mere Satgur jogi Lyrics – जो जो देखूँ सो सो रोगी, रोग रहित मेरे सतगुरु जोगी । टेक

Jo jo dekhoon so so rogi, rog rahat mere Satgur jogi Lyrics : _________________________________________________________________ जो जो देखूँ सो सो रोगी, रोग रहित मेरे सतगुरु जोगी । टेक हम निरोग मन मोक्षहि दीन्हा, काम रोग एक निर्वंश कीन्हा । १ जिभ्या रोग से मीन फंसाना, वासना रोग कमर लपटाना । २ दृष्टि रोग जल मरत पतंगा, नाग भयो पड़ कान सुरंगा । ३ हेतहि रोग सकल… Read More »Jo jo dekhoon so so rogi, rog rahat mere Satgur jogi Lyrics – जो जो देखूँ सो सो रोगी, रोग रहित मेरे सतगुरु जोगी । टेक

Hum Na Marab Marihain Sansaara, Humka Mila Jeeyaavan Haara Lyrics – हम न मरब मरिहैं संसारा, हमका मिला जियावन हारा ।

Hum Na Marab Marihain Sansaara, Humka Mila Jeeyaavan Haara Lyrics : _________________________________________________________________ हम न मरब मरिहैं संसारा, हमका मिला जियावन हारा । टेक साकट मरैं संत जन जीवैं, भरि – भरि राम रसायन पीवैं । १ हरि मरिहैं तो हम हूँ मरिबै, हरि न मरै तो हम काहेक मरिबै । २ कहैं कबीर मन मनहिं मिलावा, अमर भये सुखसागर पावा । ३ _________________________________________________________________ Hum na… Read More »Hum Na Marab Marihain Sansaara, Humka Mila Jeeyaavan Haara Lyrics – हम न मरब मरिहैं संसारा, हमका मिला जियावन हारा ।

Bharam mein bhool raha sansaar Lyrics – भरम में भूल रहा संसार ।

Bharam mein bhool raha sansaar Lyrics : _________________________________________________________________ भरम में भूल रहा संसार । टेक साँच वस्तु कैसे के पावै, माने नहिं इतबार । किरतम नाम जान बहु थापै, करता रहा निनार । १ एक दृष्टि चितवत नहिं तन में, को है सिरजनहार । वेद पढ़े पै भेद न जाने, कथनी कथै अपार । २ आप न बूझै जगत बुझावै, सूझै वार न पार ।… Read More »Bharam mein bhool raha sansaar Lyrics – भरम में भूल रहा संसार ।