Kaya Bauri Chalat Praan Kahe Royi Lyrics – काया बौरी चलत प्राण काहे रोई।
Kaya Bauri Chalat Praan Kahe Royi Lyrics : _________________________________________________________________ काया बौरी चलत प्राण काहे रोई। काया पाप बहुत सुख कीन्हों, नित उठ मल मल धोई।सो तन छिया छार होय जैहें, नाम ना लेहैं कोई। १ कहत प्राण सुन काया बौरी, मोर तोर संग न होई। तोहि अस मित्र बहुत हम त्यागा, संग न लीन्हा कोई। २ लट छिटकाए माता रोवै, खाट पकड़ के भाई। आँगन बैठी… Read More »Kaya Bauri Chalat Praan Kahe Royi Lyrics – काया बौरी चलत प्राण काहे रोई।