Ghoonghat Ke Pat Khol Re Lyrics – घूंघट के पट खोल रे
Ghoonghat Ke Pat Khol Re Lyrics : _________________________________________________________________ घूंघट के पट खोल रे तोहे पिया मिलेंगे। 1. घट-घट रमता राम रमैया, कटुक बचन मत बोल रे। 2. रंग महल में दीप बरत है, आसन से मत डोल रे। 3. कहत कबीर सुनो भई साधो, अनहद बाजत ढोल रे। _________________________________________________________________ “Ghoonghaṭ ke paṭ khol re tohe piyaa milenge. 1. Ghaṭ-ghaṭ ramataa raam ramaiyaa, kaṭuk bachan mat… Read More »Ghoonghat Ke Pat Khol Re Lyrics – घूंघट के पट खोल रे