Jagat chala jaaye yahan koi na raheiya Lyrics – जगत चला जाय यहॉँ कोइ न रहैया। टेक
Jagat chala jaaye yahan koi na raheiya Lyrics : _________________________________________________________________ जगत चला जाय यहॉँ कोइ न रहैया। टेक चलि गये कुम्भकरण अरु रावण, चलि गये लखन चारों भैया। १ चलि गयो नन्द यशोमति मैया, चलि गयो गोपी ग्वाल कन्हैया। २ उत्पति प्रलय चार युग बीता, काल बली से कोइ न बचैया। ३ कहैं कबीर सुनो भाई साधो, सत्य शब्द एक होत सहैया। ४ _________________________________________________________________