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kabir Bhajan Lyrics

Karo Na Koi Mann Ki Parteet Lyrics – करो न कोई मन की परतीत। 

Karo Na Koi Mann Ki Parteet Lyrics : _________________________________________________________________ करो न कोई मन की परतीत।  थाह बताय डुबावत भव  में, बनि   हितकारी  मीत। टेक गने न उदय अस्त निसिवासर, छाँह धूप जल सीत। १  भटकत फिरे  निरंतर चहुँ दिश, ऐसो महा  पलीत। २  स्वर्ग पताल जाय एकपल में, कपि सम अति निर्भीत। ३  गण गन्धर्व असुर सुर किन्नर, सबको  लीन्हा  जीत। ४  ऋषि मुनि जोगी… Read More »Karo Na Koi Mann Ki Parteet Lyrics – करो न कोई मन की परतीत। 

Janam sab dhokey mein khoy diyo Lyrics – जनम सब धोखे में खोय दियो। टेक

Janam sab dhokey mein khoy diyo Lyrics : _________________________________________________________________ जनम सब धोखे में खोय दियो। टेक द्वादश वर्ष बालपन बीते, बीस में जवान भयो।तीस बरस माया के प्रेरे, देश विदेश गयो। १ चालिस बरस अन्त जब लागे, बाड़ो मोह भयो। धन अरु धाम पुत्र के कारण, निशदिन सोच भयो। २ बरस पचास कमर भई टेढ़ी, सोचत खाट पइयो। लड़िका बौहर बोली बोले, बुढ़ऊ मरि न… Read More »Janam sab dhokey mein khoy diyo Lyrics – जनम सब धोखे में खोय दियो। टेक

Kah Bhaye Mukh Ram Kahe Se Lyrics – काह भये मुख राम कहे से। 

Kah Bhaye Mukh Ram Kahe Se Lyrics : _________________________________________________________________ काह भये मुख राम कहे से। टेक  अंतर कपट वचन मुख चातुर, अति अधीन होय मनन किये से। १  जैसे  बधिक  ओट  टाटी के, बहु जीवन  को  हतन  किये से। २  कहहिं कबीर वाके संग न करिये, बिन विवेक जिन भेष लिये से। ३ _________________________________________________________________