Tero Koi Nahin Rokanhaar Lyrics – तेरो कोई नहीं रोकणहार
Tero Koi Nahin Rokanhaar Lyrics : _________________________________________________________________ तेरो कोई नहीं रोकणहार, मगन होई मीरा चली। 1. लाज शर्म कुल की मर्यादा, सिर से दूर करी,मान अपमान दोऊ धरि पटके, निकसी ज्ञान गली। 2. ऊंची अटरिया ताल किवड़िया, निर्गुण सेज बिछी,पंचरंगी झालर सुभ सोहे, फूलन फूल कली। 3. बाजूबंद कड़ूला सोहे, सिन्दूर मांग भरी,सुमिरन थाल हाथ में लीन्हो, शोभा अधिक खरी। 4. सेज सुखमना मीरा सोहे,… Read More »Tero Koi Nahin Rokanhaar Lyrics – तेरो कोई नहीं रोकणहार