Main Bairagan Hungi Lyrics – मैं बैरागन हूँगी
Main Bairagan Hungi Lyrics : _________________________________________________________________ मैं बैरागन हूँगी, बाला, जिन भेषयां म्हारो साहेब रीझे,सोही भेष धरूँगी। 1. संतोष धरूँ घट भीतर, समता पकड़ रहूँगी,जाको नाम निरंजन कहिये, ताको ध्यान धरूँगी। 2. गुरु के ज्ञान रंगुं तन कपड़ा, मन मुद्रा मैं पैरूँगी,प्रेम प्रीत सो हरि गन गाउँ, चरणन लिपट रहूँगी। 3. या तन की मैं करूँ कींगरी, रसना नाम कहूँगी,मीरा के प्रभु गिरधर नागर, साधां… Read More »Main Bairagan Hungi Lyrics – मैं बैरागन हूँगी