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sohiroba Bhajan Lyrics

Hari Bhajanaveen Kaal Ghaalvoon Nako Re Lyrics – हरि भजनाविण, काळ घालवू नको रे

Hari Bhajanaveen Kaal Ghaalvoon Nako Re Lyrics : _________________________________________________________________ हरि भजनाविण, काळ घालवू नको रे।। धृ ।।दोरीच्या सापा, भिऊनी भवा। भेटी नाही, जीवा शिवा।अंतरीचा ज्ञानदिवा, मालवू नको रे।। 1 ।। विवेकाची ठरेल वोल, ऐसे बोलावे बोल। आपुले मते उगीच चिखल, कालवू नको रे।। 2 ।। संतसंगतीने उमज, आणुनी मनी पुरती समज। अनुभवाविण मान डोलवू नको रे।। 3 ।। सोहिरा म्हणे ज्ञानज्योती, तेथे कैची दिवस राती।… Read More »Hari Bhajanaveen Kaal Ghaalvoon Nako Re Lyrics – हरि भजनाविण, काळ घालवू नको रे