Skip to content

yari-sahib Bhajan Lyrics

Uradhmukh Bhathi Avton Kauni Bhanti Lyrics – उरधमुख भाठी, अवटौं कौनी भाँति।

Uradhmukh Bhathi Avton Kauni Bhanti Lyrics : _________________________________________________________________ उरधमुख भाठी, अवटौं कौनी भाँति।अर्ध उर्ध दोउ जोग लगायो, गगन मँडल भयो माठ ।।1।।गुरु दियो ज्ञान ध्यान हम पायो, कर करनी कर ठाट।हरि के पद मतवाल रहत है, चलत उबट की बाट ।।2।। आपा उलटि के अमी चुवाओ, तिरबेनी के घाट। प्रेम पियाला स्रुति भरि पीवो, देखो उलटि बाट ।।3।। पाँच तत्त एक जोति समानो, धर छ:वो… Read More »Uradhmukh Bhathi Avton Kauni Bhanti Lyrics – उरधमुख भाठी, अवटौं कौनी भाँति।

Mithya Jeevan Mithya Hai Tann Lyrics – मिथ्या जीवन मिथ्या है तन, या धन जो नहिं परसन

Mithya Jeevan Mithya Hai Tann Lyrics : _________________________________________________________________ मिथ्या जीवन मिथ्या है तन, या धन जो नहिं परसन ।।टेक।। हम रे जाइब चलि कर, छटा जँहा बंसी धुन ।।1।। त्रिकुटी तट तिलक सोधो, येही भजन ।।2।। साध बोला कमल खोला, अमृत बचन ।।3।। नि:चय करि ध्यान धरु, पावहु दरसन ।।4।। यारी गावै सब्द सुनावै, सुनो साधु जन ।।5।। सुन्न तें नित तारी लावो, सूझि है… Read More »Mithya Jeevan Mithya Hai Tann Lyrics – मिथ्या जीवन मिथ्या है तन, या धन जो नहिं परसन

Jogi Jugat Jog Kamav Lyrics – जोगी जुगति जोग कमाव

Jogi Jugat Jog Kamav Lyrics : _________________________________________________________________ जोगी जुगति जोग कमाव ।।टेक।। सुखमना पर बैठि आसन, सहज ध्यान लगाव ।। 1 ।। दृष्टि सम करि सुन्न सोवो, आपा मेटि उड़ाव ।। 2 ।। प्रगट जोति अकार अनुभव, सब्द सोहं गाव ।। 3 ।। छोड़ी मठ को चलहु जोगी, बिना पर उड़ी जाव ।। 4 ।। यारी कहै यह मत बिहंगम, अगम चढ़ि फल खाव ।।… Read More »Jogi Jugat Jog Kamav Lyrics – जोगी जुगति जोग कमाव